उत्तराखंड। उत्तराखंड में केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर बादल फटने से एक बार फिर से तबाही मच गयी है। मिली जानकारी के अनुसार इस घटना के बाद केदारनाथ धाम की यात्रा को रोक दिया गया है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि पूरी केदार घाटी को ही हाई अलर्ट पर रखा गया है। सैंकड़ों की संख्या में फिलहाल यात्री फंसे हुए हैं, जिनको रेस्क्यू किया जा रहा है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी रुद्रप्रयाग में अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों का दौरा किया है और राहत व बचाव कार्यों की स्थिति की समीक्षा भी की है। इस घटना ने एक बार फिर से केदारघाटी में साल 2013 की यादों को ताजा कर दिया है, जब पूरी की पूरी केदारघाटी ही सैलाब में डूब गयी थी। इस घटना की वजह से तप्त कुंड और केदारनाथ पैदल मार्ग का करीब 30 मीटर हिस्सा बाढ़ के पानी में बह गया है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर बादल फटने की घटना की वजह से पूरी केदार घाटी में ही हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। श्रद्धालुओं को आपातकालीन हेलीपैड की मदद से रेस्क्यू किया जा रहा है। इसके साथ-साथ नदी पार करवाने में एनडीआरएफ के जवानों की मदद ली जा रही है।