300 से ज्यादा म्यूजिक एल्बम में किया है काम
देहरादून। उत्तराखंड की लोक संस्कृति और फिल्म जगत से जुड़ी एक बुरी खबर सामने आई है। देवभूमि की प्रसिद्ध अभिनेत्री गीता उनियाल का निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि गीता उनियाल पिछले चार वर्षों से कैंसर से जूझ रही थीं। गीता ने मंगलवार को अपने आवास पर अंतिम सांस ली।
इससे कुछ समय पहले ही गीता उनियाल ने सोशल मीडिया के जरिए अपने सफल सर्जरी की बात बताई थी और कहा था कि वो तेजी से रिकवर कर रही हैं, लेकिन आज उनके एकाएक निधन की खबर सामने आई। बताया जा रहा है कि सर्जरी सफल होने के बाद भी गीता फिर से कैंसर की चपेट में आ गई थी।
जय मां धारी देवी फिल्म में भी उन्होंने अभिनय किया था। इसके साथ ही घघरी, स्याली रोशनी, तेरी खुद समेत कई उत्तराखंडी गीतों में गीता उनियाल ने उत्कृष्ट अभिनय किया है। उन्होंने अपने अभिनय ने पहाड़ी लोगों के दिल में जगह बनाई थी। उनका निधन उत्तराखंड की संस्कृति और फिल्म इंडस्ट्री के लिए बड़ी क्षति है।
ये खबर सामने आने के बाद हर कोई स्तब्ध और दुखी है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, कांग्रेस विधायक भुवन कापड़ी ने गीता उनियाल के निधन पर दुख जताया है और ऐसे समय में शोक संतप्त परिजनों, प्रशंसकों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
उत्तराखंड से जुड़े व्यक्ति को गीता उनियाल का परिचय देने की आवश्कता नहीं है। साल 2004 से गीता ने उत्तराखंड फिल्म जगत में काम शुरू किया जो लगातार जारी रखा। फिल्म भुली-ए-भुली, मेरू गौं, कन्यादान, भगत और घंडियाल, खैरी का दिन, ब्यो, संजोग, फ्योंली जवान ह्वेगे, अभी जग्वाल कैरा आदि फिल्मों में काम किया है। इसके अलावा वो हिंदी फिल्म द हैवोक में भी काम कर चुकी हैं। उन्होंने करीब 15 उत्तराखंडी फिल्मों में काम किया है। हाल ही में वो फिल्म जय मां धारी देवी में नजर आई थीं। 300 से ज्यादा गढ़वाली म्यूजिक एल्बम में गीता काम कर चुकी हैं।
उनके बेहतरीन कार्य के लिए साल 2009 में उन्हें बेस्ट एल्बम एक्ट्रेस से सम्मानित किया गया था। साल 2010 में फिल्म पीड़ा के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का अवार्ड दिया गया था। उन्हें युफा अवार्ड 2017 बेस्ट एक्ट्रेस से भी नवाजा गया था। साल 2011 में वो विकास उनियाल संग विवाह बंधन में बंधी। उनका रुद्राक्ष नाम का एक बेटा है।