क्लेमनटाउन क्षेत्र में अवैध रूप से कोठी गिराने के प्रकरण में एसएसपी हुए सख्त
एक पक्ष फर्जी तो दूसरे पक्ष की जांच क्यों नही किस आधार पर दूसरे पक्ष ने कराया निर्माण
देहरादून। क्लेमनटाउन क्षेत्र में अवैध रूप से कोठी गिराने के प्रकरण में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने सख्त रूख अपनाते हुए आरोपी केपी सिंह की भूमिका की जांच एसआईटी को सौंप दी है। एसएसपी अजय सिंह का कहना है कि प्रकरण को परीक्षण के लिए एसआईटी को सौंपा गया है, यदि एसआईटी जांच में कोई नए साक्ष्य प्राप्त होते हैं तो उनके आधार पर आरोपी केपी सिंह के विरुद्ध कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। पर अब एक सवाल यह भी सामने आ रहा है कि अगर प्रथम पक्ष फर्जी है तो द्वितीय पक्ष जिसने अपने आप को इस भूमि का मालिक व काबिज दर्शाया है वह किस आधार पर मालिक बने इस कड़ी को भी पुलिस अपनी जांच में शामिल करें तो कई सफेदपोश और बेनकाब हो सकते हैं
वर्तमान में फर्जी रजिस्ट्री मामले में एसआईटी की ओर से की जा रही जांच की समीक्षा तथा प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्र के आधार पर एसएसपी अजय सिंह के संज्ञान में आया है कि फर्जी रजिस्ट्री मामले में मुख्य आरोपी केपी सिंह का नाम क्लेमेंट टाउन क्षेत्र में अवैध रूप से गिराई गई कोठी के संबंध में दर्ज मुकदमें में भी प्रकाश में आया था, जिसमें उसके विरुद्ध आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया गया था। इस मामले में प्रेषित किए गए आरोप पत्र के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई कि प्रकरण में केपी सिंह के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है, जिसका संज्ञान लेते हुए एसएसपी की ओर से प्रकरण को परीक्षण के लिए एसआईटी को दिया गया है, यदि एसआईटी जांच में केपी सिंह के विरुद्ध कोई नए साक्ष्य प्राप्त होते है, तो उन साक्ष्यो के आधार पर उसके विरुद्ध कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।