देहरादून। उत्तराखण्ड ग्राम्य विकास समिति, ग्राम्य विकास विभाग द्वारा संचालित ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना के अन्तर्गत प्रायोजित हिलांस आउटलेट का शुभारम्भ विकास भवन परिसर में मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकरी कमठान ने बताया कि ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिषन के तहत् स्वयं सहायता समूह एवं कृषक फेडरेशन के माध्यम से विभिन्न प्रकार के कृषि एवं गैर कृषि उत्पाद निर्मित किये जा रहे है, जिनके विपणन हेतु हिलांस आउटलेट उपयोगी साबित होगा। साथ ही साथ ग्राहकों को भी उत्पादों की शुद्धता एवं गुणवत्ता अनुभव करने का अवसर प्राप्त होगा। बताया गया कि शहर के मुख्य बाजार में से एक सर्वे चौक में यह पहला अवसर है जब हिलांस द्वारा ऑफलाइन मोड में हिलांस उत्पादों का विपणन किया जा रहा है। इस आउटलेट के माध्यम से देहरादून जनपद के समस्त छः विकासखण्डों में गठित 30 कृषक फेडरेशनों के अन्तर्गत आच्छादित 5000 स्वयं सहायता समूहों व उत्पादक समूहों के 35 हजार महिला कृषक सदस्यों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लाभ होगा साथ ही प्रदेष भर में हिलांस के माध्यम से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिषन गठित स्वयं सहायता समूहों एवं पूर्व में संचालित एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना सहायतित उत्पादक समूहों के लगभग 5,60,000 महिला कृषक प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे। हिलांस आउटलेट” के उद्घाटन के अवसर पर जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, अपर परियोजना निदेशक अपर्णा बहुगुणा, जिला परियोजना प्रबन्धक कैलाश भट्ट, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. विद्यासागर कापड़ी, मुख्य कृषि अधिकारी लतिका सिंह, रेखीय विभागों के अधिकारी, सहायक प्रबन्धक, छत्स्ड एवं उपासक के स्टाफ उपस्थित रहे।