मुख्यमंत्री आवास घेराव को लेकर जुटे संगठन
यूके न्यूज़ एजेंसी
देहरादून। अगस्त क्रांति दिवस पर भू-कानून, मूल निवास के मुद्दे पर होने वाले मुख्यमंत्री आवास घेराव को लेकर संस्थाओं ने एकजुट होने की अपील की।
राज्य आंदोलनकारी हरीश सती ने कहा की राज्य में विभिन्न सरकारें आई लेकिन प्रदेश क़े लिए मजबूत भू-कानून औऱ मूल निवास की नीति ढंग से लागू नहीं कराई गई और उसी का परिणाम हैं कि कोई भी कहीं भी बे-धड़क तराई से लेकर पहाड़ों तक उत्तराखंड की जमीनों को खुर्द-बुर्द करने में लगा हैं और लोगों को अपने ही प्रदेश में महंगी कीमत व अपने लिए भू खंड खरीदना पड़ रहा हैं। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय प्रवक्ता सोमेश बुडाकोटी ने कहा कि अब हम सभी मिलकर ये हक लेकर रहेंगे। उत्तराखंड स्टूडेंट्स फेडरेशन के संयोजक लूशुन टोडरिया ने कहा ने कहा कि 42 से ज्यादा शहादतों के बाद यह राज्य हमें मिला परन्तु आज 23 वर्षों बाद भी हमारा मूल निवासी अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर लड़ रहा है। मूल निवासी फेक्ट्री से लेकर सरकारी नौकरी क़े लियॆ खाक छान रहें अपनी ही भूमि बचाने को आन्दोलन करने को मजबूर हैं। वही पहाड़ी स्वाभिमान सेना से मोहित डिमरी ने कहा की कहा कि उत्तराखंड की जनता को यह समझना होगा औऱ अब भविष्य को बचाने की लड़ाई के लिए आगे आना। देवभूमि युवा संगठन के आशीष नौटियाल ने कहा की पिछले 22 वर्षों से हमारें प्रदेश को केवल प्रयोगशाला बनाकर रख दिया गया। प्रेस वार्ता में पहाड़ी स्वाभिमान सेना से पंकज उनियाल, देवचंद्र उत्तराखंडी, यूकेडी के समीर मुंडेपी, आशुतोष भंडारी, प्रदीप कुकरेती व सुशील सती मौजूद रहे।