देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देवभूमि उत्तराखंड वासियों की ओर से स्वागत करते हुए उत्तराखंड को राष्ट्रीय स्तर के इतने महत्वपूर्ण खेल आयोजन की जिम्मेदारी देने के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया कि इस 17 दिवसीय राष्ट्रीय खेल महाकुम्भ का आयोजन प्रदेश के 11 शहरों में किया जा रहा है, जिसमें देशभर के 10 हजार से अधिक खिलाड़ी 35 खेलों में प्रतिभाग कर रहे हैं। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के उद्देश्य से इस बार के राष्ट्रीय खेलों का आयोजन ग्रीन गेम्स की थीम पर किया जा रहा है। इस आयोजन में सौर ऊर्जा का व्यापक प्रयोग किए जाने के साथ ही पूरे आयोजन में प्लास्टिक का उपयोग कम से कम किए जाने के भी प्रयास किए गए हैं। राष्ट्रीय खेलों में आंध्र प्रदेश से 294, अंडमान व निकोबार से 28, अरुणाचल प्रदेश से 43, असम 301, बिहार 196, चंडीगढ़ से 205, छत्तीसगढ़ से 294, दादर एवं नागर हवेली से 13, दिल्ली से 633, गोवा से 172, गुजरात से 354, हरियाणा से 207, जम्मू-कश्मीर से 47, झारखंड से 201, कर्नाटक से 681, केरल से 596, मध्य प्रदेश से 472, महाराष्ट्र से 822, मणिपुर से 387, मेघालय से 53, मिजोरम से 74, नागालैण्ड से 10, ओडिशा से 423, पांडुचेरी से 56, पंजाब 479, राजस्थान 511, सिक्किम 33, तमिलनाडु 624, त्रिपुरा 20, उत्तर प्रदेश 393, पश्चिम बंगाल 411, तेलंगाना 282, लद्धाख सात, सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड से 437 खिलाड़ी अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में हमारा देश वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित होने के लिए अपनी कमर कस चुका है। जहां एक ओर भारत शिक्षा, स्वास्थ्य, बाल विकास, महिला सशक्तिकरण आदि सामाजिक क्षेत्रों में प्रगति कर रहा है, वहीं साइंस एंड टेक्नोलॉजी, मैन्युफैक्चरिंग, रिसर्च एंड डेवलपमेंट आदि क्षेत्रों में भी विश्व के बड़े-बड़े देशों को पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कश्मीर से धारा 370 की समाप्ति, अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण, सी.ए.ए. कानून लागू करना, तीन तलाक की समाप्ति आदि देश के अधिकतर सभी बड़े संकल्पों को सिद्धि तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से इस वर्ष राज्य में शीतकालीन यात्रा का भी शुभारंभ किया गया है, जिससे एक ओर जहां राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा वहीं स्थानीय रोजगार और आर्थिकी को भी मजबूती मिलेगी।