देहरादून। दीपावली के दिन देहरादून में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 से भी ऊपर चला गया था, जो हवा की बहुत खराब स्थिति को दर्शाता है। हालांकि, दो दिन बाद रविवार को स्थिति में सुधार हुआ और राजधानी का AQI 133 पर आ गया, जिससे प्रदूषण के स्तर में काफी गिरावट दर्ज की गई। पार्टिकुलेट मैटर (PM) 2.5 का स्तर, जो हवा में सूक्ष्म कणों का माप है, दीपावली पर 500 तक पहुंच गया था। यह स्तर स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक माना जाता है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस संबंधी समस्याओं वाले लोगों के लिए। दो दिन के अंतराल में यह स्तर भी गिरकर 133 से 250 के बीच दर्ज किया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि हवा में स्थिरता बढ़ने और क्षेत्रीय उपायों के चलते यह सुधार देखने को मिला है। ऋषिकेश, जहां दीपावली के दौरान वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी हुई थी, अब प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों के चलते बेहतर स्थिति में आ गया है। ऋषिकेश में ड्रोन के माध्यम से पानी के छिड़काव का प्रयोग किया गया, जिससे वायु में मौजूद कण नीचे बैठ गए और हवा की गुणवत्ता में तेजी से सुधार हुआ। रविवार को ऋषिकेश का AQI स्तर 84 पर दर्ज किया गया, जो अच्छे और मध्यम श्रेणी में आता है। PM 2.5 का स्तर भी 84 से 98 के बीच रहा, जो वायु गुणवत्ता के हिसाब से सुरक्षित मानी जाती है। देहरादून और ऋषिकेश में प्रदूषण नियंत्रण के कई उपाय किए गए थे, जिनमें ड्रोन से पानी का छिड़काव और सड़कों पर नियमित सफाई शामिल है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित पोखरियाल ने कहा कि इस बार दीवाली पर प्रदूषण का स्तर पिछले वर्षों की तुलना में काफी कम रहा।