अंकिता भंडारी हत्याकांड में कौन था वीआईपी, नाम उजागर करे भाजपा
यूके न्यूज़ एजेंसी
देहरादून। महिला अपराधों और दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारी बारिश के बीच गांधी पार्क में मौन रहकर धरना दिया।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था पूर्ण रूप से चरमरा चुकी है तथा अपराधियों के मन से कानून का भय समाप्त हो गया है। राज्य में पिछले एक वर्ष में घटित हुई अपराध की घटनाओं से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उत्तराखंड में महिला अपराध तथा अन्य अपराधों का स्तर कहां पहुंच गया है। समाज के अराजक तत्व और अपराधी प्रवृत्ति के लोगों में उत्तराखंड पुलिस प्रशासन का डर और भय समाप्त होता हुआ साफ दिखाई पड़ रहा है। जब तक अंकिता भंडारी हत्याकांड के दोषियों को सजा नही मिल जाती और वीआईपी का चेहरा बेनकाब नही हो जाता तब तक कांग्रेस न्याय की लड़ाई लड़ती रहेगी।
पूर्व मंत्री विधायक राजेन्द्र भंडारी ने कहा कि पौडी के घुडदौड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्रा द्वारा विभागाध्यक्ष एवं प्रो. पर उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए आत्महत्या की, परन्तु कार्रवाई के नाम पर केवल उत्पीड़न करने वाले शिक्षकों के स्थानांतरण कर दिए गए। विधायक बिक्रम सिंह नेगी ने कहा कि केदार भंडारी 19 साल का युवा जो आंखों में सपने लेकर आया था अग्निवीर योजना के तहत भर्ती होने के लिए अचानक चोरी के इल्जाम में पुलिस पकड़ कर ले जाती है और केदार गायब हो जाता है तथा बाद मे उसके डूबने की मनगढ़ंत कहानी रची गई परन्तु लाश का आज तक कोई अता पता नहीं चला। विधायक रवि बहादुर ने कहा कि सल्ट के दलित युवक की निर्मम हत्या देवभूमि को शर्मसार करने वाली घटना थी। घटना से पूर्व जगदीश द्वारा पुलिस अधीक्षक से पुलिस सुरक्षा की मांग भी की गई थी परन्तु सरकार ने उन्हें सुरक्षा नहीं दी। इस अवसर पर संगठन मथुरा दत्त जोशी, महामंत्री प्रशासन विजय सारस्वत, गरिमा माहरा दसौनी, शीशपाल सिंह बिष्ट, महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविन्दर सिंह गोगी, अमरजीत सिंह, आयेन्द्र शर्मा, नवीन जोशी, महिला अध्यक्ष ज्योति रौतेला, आईडी के अध्यक्ष विकास नेगी, सुमित्तर भुल्लर, विकास नेगी, सुरेन्द्र अग्रवाल, आशा मनोरमा डोबरियाल, शिवानी थपलियाल, संजय कद्दू, मोहन काला, कुलदीप रावत, भरत सिह रावत आदि सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।