गंगाजल भरने पहुंच रहीं महिला कांवड़िया
हरकी पैड़ी समेत तमाम घाट कांवड़ियों से पटे
हरिद्वार। महाशिवरात्रि का पर्व आगामी 8 मार्च को है। ऐसे में गंगाजल लेने के लिए कांवड़ियों की भीड़ हरिद्वार में उमड़ रही है। हरिद्वार के हरकी पैड़ी समेत तमाम घाट कांवड़ियों से पट गए हैं। कांवड़ियों में पुरुष तो हमेशा से ही कांवड़ लेने हरिद्वार पहुंचते हैं, लेकिन इस बार महिला कांवड़िया भी बड़ी संख्या में हरिद्वार पहुंच रही हैं। महिला कांवड़िया भी पूरे उत्साह से हरकी पैड़ी से गंगाजल भरकर कंधे पर कांवड़ रखकर रवाना हो रही हैं। इनमें कई महिलाएं पहली बार तो कई दूसरी बार कांवड़ लेने आईं हैं।
महिला कांवड़ियों ने बताया कि वो अपने पति और अपने रिश्तेदारों के साथ कांवड़ उठाने हरिद्वार आई हैं। इससे पहले भी कई महिलाएं कांवड़ लेने के लिए हरिद्वार आ चुकी हैं। उनका कहना है कि घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रही रहे, इसके लिए उनकी आस्था हमेशा से भगवान पर बनी रही है।
महिलाओं का कहना था कि जिस तरह से उन्होंने अपने पति के सुख दुख में साथ निभाने की कसम खाई थी, उसी तरह से पति के साथ कांवड़ लेकर जाने काफी खुशी मिल रही है। इस तरह से भगवान भोलेनाथ की कृपा सदा उन पर बनी रहती है।
दूर-दूर से हरिद्वार पहुंच रहे कांवड़िया रंग बिरंगी और तरह-तरह की कांवड़ सजाकर ले जा रहे हैं। यहां हरकी पैड़ी पर कांवड़ों के सुंदर नजारे देखने को मिल रहे हैं। कोई खड़ी कांवड़ तो कोई झूला कांवड़ लेकर निकला है। सभी अपने-अपने तरीके से आराध्य देव महादेव को प्रसन्न करने की कोशिश कर रहे हैं। अपनी पत्नी के साथ कर लेकर आए विनीत ने बताया कि वो पहली बार अपनी पत्नी को साथ लेकर हरिद्वार गंगाजल लेने आए हैं, उनकी धर्मपत्नी भी कांवड़ में पूरा सहयोग कर रही हैं। उन्होंने बताया कि हर साल उनकी धर्मपत्नी पूछा करती थी कि किस तरह से कांवड़ उठाई जाती है? कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है? ऐसे में उन्होंने अपनी पत्नी की जिज्ञासा शांत करने और भक्ति में लीन होने के लिए पत्नी को साथ लाएं हैं। उनकी पत्नी को कांवड़ उठाने में आनंद आ रहा है। बता दें कि हरिद्वार में साल में दो बार कांवड़ मेला आयोजित होता है। इन दिनों शारदीय यानी शिवरात्रि में होने वाला कांवड़ मेला चल रहा है। आगामी 8 मार्च को महाशिवरात्रि तक कावड़ियों की भीड़ इसी तरह हरिद्वार में जुटी रहेगी।