ईएमएस सॉफ्टवेयर के संचालन का किया गया प्रदर्शन
देहरादून। लोक सभा चुनाव के लिए राज्य के सभी जनपदों (जनपद बागेश्वर को छोड़कर) में ईवीएम व वीवीपैट्स की प्रथम स्तरीय जांच के संबंध में मंगलवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. वी षणमुगम की अध्यक्षता में राजनैतिक दलों की बैठक ली।
बैठक में मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों को अवगत कराया कि राज्य के सभी जनपदों (जनपद बागेश्वर को छोड़कर) में 1 से 12 सितंबर के बीच ईवीएम व वीवीपैट्स की प्रथम स्तरीय जांच की जाएगी। इसमें पूरी प्रक्रिया के दौरान एफएलसी कार्य के पर्यवेक्षण/अनुश्रवण के लिए अपने जनपद स्तरीय पदाधिकारियों/प्रतिनिधि को नियुक्त किया जाए। उन्होने अवगत कराया गया कि जनपद के प्रत्येक ईवीएम व वीवीपैट्स वेयरहाउस में एफएलसी कार्य प्रारम्भ होने के दिनांक से कम से कम एक सेक्शन सशस्त्र सुरक्षा कार्मिकों को निर्वाध रूप से निरंतर व्यवस्था की गई है। एफएलसी कार्य में प्रतिभाग करने वाले प्रत्येक दल से नामित पदाधिकारियों के साथ-साथ तैनात अधिकारियों/कर्मचारियों तथा मजदूरों के लिए सक्षम अधिकारी की ओर से हस्ताक्षरित फोटोयुक्त पहचान-पत्र आईडी कार्ड निर्गत किए जाएंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी की ओर से बैठक में प्रतिभाग करने वाले सभी पदाधिकारियों को एफएलसी एवं ईवीएम के रख-रखाव के संबंध में आयोग के महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश, मैनुअल, स्टेट्स पेपर तथा लीगल स्टोरी ऑफ ईवीएम की प्रतियां उपलब्ध कराई गई। बैठक में मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. वी. पणमुगम, अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी नमामि बंसल व प्रताप सिंह शाह तथा इंडियन नेशनल कांग्रेस से सूर्यकांत धस्माना, मथुरा दत्त जोशी व अमरजीत सिंह, आम आदमी पार्टी से जोत सिंह बिष्ट सतीश बहुजन समाज पार्टी से प्रमोद कुमार, जय प्रकाश, भारतीय जनता पार्टी से राजीव शर्मा, सजीव विज तथा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (एम) से अनंत आकाश आदि की ओर से प्रतिभाग किया गया। ईवीएम के रख-रखाव आदि के संबंध में मस्तू दास, सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी की ओर से राजनैतिक दलों को प्रतिनिधियों के समक्ष ईएमएस सॉफ्टवेयर के संचालन का भी प्रदर्शन किया गया। अंत में मुख्य निर्वाचन अधिकारी की ओर से पदाधिकारियों से पुनः जनपदों में आयोजित होने वाली एफएलसी में प्रतिभाग करने का अनुरोध किया।